राम जी का नाम लेने मात्र से सारे अमंगल, मंगल में परिवर्तित हो जाते हैं : देवेंद्र पाठक जी महाराज

राम जी का नाम लेने मात्र से सारे अमंगल, मंगल में परिवर्तित हो जाते हैं : देवेंद्र पाठक जी महाराज
पुणे  : भगवान श्री राम के नाम की महिमा का जितना भी वर्णन किया जाए वह कम होगा। राम जी का नाम लेने मात्र से सारे अमंगल, मंगल में परिवर्तित हो जाते ह््ैं। राम जी की महिमा अपरंपार है।  यह मत अयोध्या धाम से पुणे पधारे दशरथ गद्दी के अवधरत्न श्री देवेंद्र पाठक जी महाराज ने व्यक्त किया।  महाराज जी यहां पुणे के क्वींस गार्डन स्थित अल्प बचत भवन में श्री राम सेवा समिति की ओर से आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आए हुए थे इसी अवसर पर वह पत्रकारों से बातचीत करते हुए बोल रहे थे। देवेंद्र पाठक जी ने कहा कि, आतिथ्य सत्कार और सेवा भाव में महाराष्ट्र के लोग अग्रणी ह््ैं। यहां के लोग खासकर अग्रवाल बंधु और अग्रवाल परिवार अतिथि देवो भव के संस्कारों का अक्षरशः पालन करते ह््ैं। इसे मैंने यहां आकर महसूस किया है। जब मेरे जैसा कोई अयोध्या वासी पुणे पहुंचता है तो बात ही न्यारी होती है क्योंकि अयोध्या भगवान श्री राम की नगरी है जो सबका कल्याण करते हैं उनका नाम मात्र ही कल्याण का द्योतक है। इस अवसर पर श्री राम सेवा समिति के जय भगवान गोयल,नरेंद्र गोयल,  पवन बंसल, पवन चामडिया, गुंजन नवल,  सतीश अग्रवाल, प्रेमचंद मित्तल, योगेश जैन आदि उपस्थित थे। श्री राम सेवा समिति की ओर से श्री रामनवमी और श्री राम जन्मोत्सव के उपलक्ष में यहां अल्प बचत भवन में धार्मिक अनुष्ठान और धार्मिक भजन संध्या का कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें बड़ी संख्या में अग्रवाल परिवार और राम भक्त पुणेवासी शामिल हुए्। भजन संध्या कार्यक्रम में दशरथ गद्दी अयोध्या से पधारे श्री देवेंद्र जी महाराज ने भगवान राम पर आधारित अपने मीठे भजन कीर्तन से श्रोताओं को मंत्र मुग्ध कर दिया। उनके हर एक भजन पर श्रोता राममय होते हुए दिखाई दिए्। कई भक्त तो राम भक्ति से सराबोर होकर हनुमतलाल की तर्ज पर नाचते हुए श्री राम जी को अपना समर्पण किया। दोपहर करीब 4:00 से प्रारंभ हुआ यह कार्यक्रम देर शाम तक चलता रहा। कार्यक्रम पश्चात भंडारे का भी आयोजन किया गया था जिसका सभी उपस्थितों ने प्रेम पूर्वक आस्वादन किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में महिलाएं  भी मौजूद थी्ं। श्री राम सेवा समिति के पास एनआईबीएम कोंढवा में एक  भव्य राम मंदिर है। श्री राम सेवा समिति का गठन वहां तीन वर्षों पहले किया गया था।  श्री पवन बंसल ने इस समिति का गठन किया और बाद में अन्य सभी इसमें शामिल हुए । इससे पहले भी 2 बार वार्षिक रामनवमी उत्सव मनाया जा चुका है, जिसमें विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया था।
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